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10 महीने की बच्ची की भारतीय रेलवे में सरकारी नौकरी हुई पक्की, वेतन के साथ मिलेंगी ये सुविधाएं

देश में लगातार बेरोजगारी कितनी बढ़ रही है, यह बात हम सभी लोग अच्छी तरह से जानते हैं। मौजूदा समय में युवा सरकारी और प्राइवेट नौकरी को लेकर काफी जद्दोजहद कर रहे हैं। ज्यादातर सभी लोगों का सपना होता है कि उनको कोई सरकारी नौकरी मिल जाए। अगर हम रेलवे की नौकरी की बात करें तो यह तो हर कोई करना चाहता है। लेकिन सभी को इसमें सफलता नहीं मिलती है।

भारतीय रेलवे बोर्ड हर साल लाखों नौकरियां निकालता है जिसमें शैक्षिक, योग्यता और परीक्षा के आधार पर चयन किया जाता है। लेकिन छत्तीसगढ़ के रायपुर मंडल में रेलवे की इतिहास का पहला ऐसा मामला सामने आया है जहां पर महज 10 महीने की छोटी सी मासूम बच्ची की रेलवे में नौकरी पक्की की गई है।

10 महीने की बच्ची को रेलवे में मिली सरकारी नौकरी

जी हां, आप लोग बिल्कुल सही सुन रहे हैं। महज 10 महीने की बच्ची की भारतीय रेलवे में नौकरी पक्की हो गई है। भले ही आपको यह जानकर हैरानी हो रही हो परंतु यह बात बिल्कुल सच है। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे रायपुर रेल मंडल के कार्मिक विभाग ने 10 महीने की बच्ची की नियुक्ति के लिए रजिस्ट्रेशन किया है। रेलवे के रायपुर मंडल के इतिहास में यह पहला मौका है, जब इतने छोटे से बच्चे की नियुक्ति के लिए माइनर रजिस्ट्रेशन किया गया हो। जब यह बच्ची बालिग हो जाएगी, तो उसे नौकरी के साथ-साथ वह तमाम सुविधाएं मिलेंगी, जो रेलवे कर्मचारियों को मिलती है।

अनुकम्पा नियुक्ति के लिए करवाया गया रजिस्ट्रेशन

दरअसल, इस बच्ची के पिता राजेंद्र कुमार पीपी यार्ड भिलाई में सहायक पद पर कार्यरत थे। लेकिन एक सड़क हादसे में राजेंद्र और उनकी पत्नी की मृत्यु हो गई थी। प्राप्त जानकारी के अनुसार, राजेंद्र कुमार का 1 जून को मंदिर हसौद के नजदीक सड़क दुर्घटना में निधन हो गया था। सड़क हादसे में बच्ची के माता और पिता दोनों की मृत्यु हो गई थी। हादसे के दौरान बच्ची भी उनके साथ थी। रेलवे के रायपुर रेल मंडल द्वारा राजेन्द्र के परिवार को नियमानुसार सभी सहायता उपलब्ध कराई गई।

माता-पिता की मृत्यु के बाद बच्ची को अनुकम्पा नियुक्ति रेलवे की ओर से मिलेगी, जिसके लिए उसका रजिस्ट्रेशन करवाया गया है। बच्ची इतनी छोटी है कि वह खुद पंजीकरण नहीं कर सकती, इसलिए अधिकारियों की मौजूदगी में अंगूठा लगाकर नौकरी के लिए उसका पंजीकरण करवाया गया।

वरिष्ठ मंडल कार्मिक अधिकारी उदय कुमार भारती ने बताया कि उनके लिए भी इस छोटी सी बच्ची के अंगूठे का निशान लेना कठिन था। फिर भी बच्ची के बेहतर भविष्य के लिए प्रक्रिया की गई। बच्ची का रजिस्ट्रेशन करवा दिया गया है।

वेतन के साथ मिलेंगी ये सुविधाएं

आपको बता दें कि अनुकम्पा नियुक्ति रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया के लिए उनके घर पर अधिकारियों एवं कल्याण निरीक्षक मिलने जाना तय किया परंतु राजेंद्र कुमार के परिजनों ने वरिष्ठ मंडल कार्मिक अधिकारी से व्यक्तिगत रूप से कार्यालय में मिलना चाहा। बच्ची के दादा-दादी, मौसी, चाचा भी साथ में रहे एवं बच्ची के व्यस्क होने पर नियुक्ति की कार्य विधि को जाना एवं समझा। इसके बाद रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूरी की गई।

अब बालिग होने के बाद बच्ची रेलवे की नौकरी ज्वाइन कर सकती है। ड्यूटी ज्वाइन करने के बाद उसे तय वेतन और पद के मुताबिक सभी सुविधाएं मिलेंगी। फिलहाल, बच्ची के बेहतर भविष्य को देखते हुए परिवारवालों की सहमति के बाद उसका रजिस्ट्रेशन कर रेलवे में नौकरी पक्की कर दी गई है। परिवारवालों ने भी बच्ची की देखभाल और पढ़ाई पर ध्यान देने की बात कही है।

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