धार्मिक

गुरुवार को इस पेड़ की पूजा करने से परिवार में आएंगी ढेरों खुशियां, भगवान विष्णु होंगे प्रसन्न

हिंदू धर्म में देवी-देवताओं की पूजा करते हैं। वैसे देखा जाए तो सप्ताह का हर दिन किसी न किसी देवी देवता को समर्पित होता है। उसी प्रकार गुरुवार का दिन भगवान विष्णु जी को समर्पित है। वैसे देखा जाए तो हिंदू धर्म में सिर्फ देवताओं की ही नहीं बल्कि प्रकृति से जुड़ी हुई हर चीज की पूजा करने का महत्व बताया गया है। हिंदू धर्म में सूर्य, चांद, तारों या फिर पेड़-पौधे की पूजा की जाती है।

पीपल के पेड़ से लेकर बरगद के पेड़ तक और केले के पेड़ से लेकर शमी के पौधे और तुलसी के पौधे तक हर पेड़ पौधे की पूजा की जाती है। ऐसा माना जाता है कि इन पेड़ पौधों में भगवान का वास होता है। यह किसी न किसी खास देवता से जुड़े हुए होते हैं। आज हम आपको इस लेख के माध्यम से गुरुवार के दिन केले के पेड़ की पूजा के बारे में बताने वाले हैं।

गुरुवार का दिन जगत के पालनहार भगवान विष्णु जी का दिन होता है। इसके साथ ही यह दिन देव गुरु बृहस्पति का भी माना गया है। गुरुवार के दिन भगवान श्री विष्णु जी के साथ-साथ बृहस्पति देव की भी पूजा की जाती है और इसके साथ ही केले के पेड़ की पूजा होती है। ऐसा माना जाता है कि जो व्यक्ति गुरुवार का व्रत करता है, उसके जीवन की बहुत सी परेशानियां दूर हो जाती हैं। लोग गुरुवार व्रत कथा केले के पेड़ के पास बैठकर पढ़ते हैं और केले के पेड़ पर जल चढ़ाकर दीपक जलाते हैं उसके पश्चात आरती करते हैं।

शास्त्रों और पुराणों में इस बात का उल्लेख किया गया है कि केले के पेड़ में भगवान विष्णु जी का वास होता है। अगर गुरुवार के दिन श्री विष्णु की पूजा के पश्चात केले की पेड़ की पूजा की जाए तो इससे श्रीहरि प्रसन्न होकर अपनी कृपा भक्तों के ऊपर बनाए रखते हैं। इतना ही नहीं बल्कि भक्तों की सारी मनोकामनाएं भी भगवान विष्णु जी पूरी करते हैं। गुरुवार की पूजा करने से आर्थिक स्थिति मजबूत बनती है और घर में सुख-शांति और खुशियां आती हैं। इतना ही नहीं बल्कि जिन लोगों की कुंडली में अगर बृहस्पति ग्रह कमजोर है तो गुरुवार के दिन पूजा करने से बृहस्पति ग्रह भी मजबूत बनता है। इसके अलावा शादी-विवाह में आ रही रुकावट भी दूर होती है।

केले के पेड़ की पूजा विधि

1. आप गुरुवार के दिन सुबह के समय जल्दी उठकर स्नान आदि से निवृत्त हो जाएं। उसके पश्चात आप पूजा की तैयारी कीजिए।

2. ऐसी मान्यता है कि यदि सारे कार्य मौन रहकर किए जाए तो यह बहुत ही फायदेमंद होता है।

3. आप गुरुवार के दिन भगवान श्री विष्णु जी की पूजा अर्चना कीजिए और उसके बाद आपको केले के पेड़ की पूजा करनी होगी।

4. आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि केले का पेड़ आपके घर के आंगन में लगा हुआ है तो आप उसके ऊपर जल अर्पित मत कीजिए बल्कि आप घर के बाहर केले के पेड़ में जल अर्पित करें और उसकी पूजा कीजिए।

5. आप सबसे पहले केले के पेड़ को प्रणाम कीजिए। उसके बाद आपको जल अर्पित करना होगा। इतना करने के बाद आप हल्दी की गांठ, चने की दाल और गुड़ चढ़ाएं। अक्षत और पुष्प अर्पित करके केले के पेड़ की परिक्रमा कीजिए।

Related Articles

Back to top button