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बेहद चालक रहते हैं इस राशि के लोग, मिनटों में दूसरों को बना सकते हैं बेवकूफ

वैदिक ज्योतिष शास्त्र में 12 राशियों का उल्लेख है, इन राशियों के माध्यम से जातकों के भविष्य, व्यक्तित्व, हाव-भाव और व्यवहार के बारे में पता लगाया जा सकता है। सभी राशियों के स्वामी ग्रह अलग अलग होते हैं, इन स्वामी ग्रहों का प्रभाव भी जातकों पर पड़ता है, तो आइये जानते हैं राशि के अनुसार जातको का स्वभाव और व्यक्तित्व..

मेष राशि


मेष राशि के जातकों के स्वामी ग्रह मंगल होते हैं। जिनके नाम का पहला अक्षर – चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ अक्षर से शुरू होता है, उनकी राशि मेष होती है। कहा जाता है कि मेष राशि वाले खुले विचारों वाले होते हैं, इन्हें किसी से दब के रहना बिल्कुल भी पसंद नहीं होता है। साथ ही ये पराक्रमी और साहसी होते हैं, जो अपनी बात को बेबाकी से रखना बखूबी जानते हैं। हालांकि, इनके गुस्सैल स्वभाव से इन्हें काफी नुकसान भी उठाना पड़ता है।

वृषभ राशि


वृष राशि के स्वामी ग्रह शुक्र होते हैं। जिन लोगों का नाम ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो से शुरू होता है, उनकी राशि वृष होती है। माना जाता है कि वृष राशि वाले शांत स्वभाव के होते हैं और इन्हें धन धान्य की कभी कमी नहीं होती है। इतना ही नहीं ये हमेशा धन के पीछे भागते हैं और इसमें इन्हें काफी सफलता भी मिलती है। बता दें कि इन्हें अपने दायित्व और कर्तव्यों का पूरा अहसास होता है और ये विश्वास पात्र होते हैं। ये किसी को धोखा देने के बारे में सोच भी नहीं सकते हैं।

मिथुन राशि


मिथुन राशि के स्वामी ग्रह बुध देव होते हैं। जिन लोगों का नाम का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह से शुरू होता है, उनकी राशि मिथुन होती है। बता दें कि इस राशि के लोग बहुत ही ज्यादा चतुर होते हैं और इनकी जाल में लोग आसानी से फंस जाते हैं। इतना ही नहीं, ये अपनी संवाद कला से ज्ञानी लोगों को भी पछाड़ देते हैं और इन्हें समझ पाना आसान नहीं होता है, क्योंकि ये दोहरे चरित्र के होते हैं।

कर्क राशि


कर्क राशि के जातकों के स्वामी ग्रह चंद्र देव होते हैं। जिन लोगों का नाम ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो से शुरू होता है, उनकी राशि कर्क होती है। कर्क राशि के बारे में कहा जाता है कि ये लोग मन के सच्चे होते हैं और कभी किसी का दिल नहीं दुखाते हैं। साथ ही, इस राशि के लोग कुशल कूटनीतिज्ञ और अपनों को प्यार करने वाले होते हैं, लेकिन इनमें घमंड बहुत ज्यादा होता है, जिसकी वजह से इनका रिश्ता ठीक ठाक नहीं चल पाता है।

सिंह राशि

सिंह राशि के जातकों के स्वामी ग्रह सूर्य देव होते हैं। ऐसे में, जिन लोगों का नाम मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे से शुरू होता है, उनकी राशि सिंह होती है। कहा जाता है कि सिंह राशि के जातक अच्छे लीडर होते हैं और ये जन्म से नेतृत्व क्षमता के धनी होते हैं, जिसकी वजह से इनका करियर भी बहुत ही ज्यादा अच्छा रहता है। इतना ही नहीं, इन्हें राजा की तरह जीवन जीने की इच्छा होती है। हालांकि अंहकार और क्रोध इनका नकारात्मक पक्ष होता है, जिसकी वजह से कई बार इन्हें बहुत ही ज्यादा नुकसान हो जाता है और इन्हें बहुत कुछ खोना भी पड़ जाता है।

कन्या राशि

जिनके नाम का पहला अक्षर ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो अक्षर से शुरू होते हैं, उनकी राशि कन्या होती है। इस राशि के स्वामी बुध होते हैं। कन्या राशि के जातक छोटी छोटी बातों का बतंगड़ बनाने में माहिर होते हैं। ये लोग अपने काम को लेकर काफी गंभीर रहते हैं और जो ठान लेते हैं, उसे पूरा करके ही मानते हैं।

तुला राशि 

इस राशि के स्वामी ग्रह शुक्र होते हैं। जिन लोगों के नाम के पहले अक्षर रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते से शुरू होते हैं, उनकी राशि तुला होती है। इस राशि के जातक दिखने में काफी सुंदर और आकर्षक होते हैं। साथ ही साथ कूटनीति में भी माहिर होते हैं। इनकी ख्वाहिश और पसंद काफी ऊंची किस्म की होती है, इसलिए ये अधिक मेहनत करते हैं और अधिक पैसे कमाते हैं। बहसबाजी, लड़ाई-झगड़ों से दूर ही रहना पसंद करते हैं। मगर इनकी लव लाइफ काफी अच्छी होती है, पार्टनर से इनकी खूब जमती है।

वृश्चिक राशि 

मंगल देव इस राशि के स्वामी ग्रह होते हैं। तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू अक्षर से शुरू होने वाले नाम के जातकों की राशि वृश्चिक होती है। ये आकर्षक व्यक्तित्व वाले होते हैं, इसलिए इनकी फ्रेंड लिस्ट काफी लंबी होती है। जो भी इनसे मिलता है, इन्हें अपना दोस्त बनाना चाहता है। मगर ये अपने राज किसी को नहीं बताते हैं, इसलिए इन्हें समझना थोड़ा मुश्किल होता है। वृश्चिक राशि के जातक छोटी छोटी बातों पर गुस्सा कर जाते हैं, जिसकी  वजह से इन्हें कई बार नुकसान उठाना पड़ता है। वैसे ये उत्साही और पराक्रमी होते हैं।

धनु राशि 

ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे अक्षर से शुरू होने वाले नाम के जातकों की राशि धनु होती है। इस राशि के स्वामी ग्रह धनु होते हैं। इस राशि के जातक काफी ज्ञानी होते हैं, साथ ही ईमानदार, विश्वासपात्र और समझदार भी होते हैं। हालांकि इन्हें बहुत जल्दी गुस्सा आ जाता है। अपने कार्यक्षेत्र में ये बहुत मेहनती होते हैं, जिसकी वजह से इनके सीनियर अधिकारी इनसे काफी खुश रहते हैं।

मकर राशि 

इस राशि के जातकों का नाम का पहला अक्षर भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी से शुरू होते हैं। इस राशि के स्वामी ग्रह शनिदेव होते हैं। मकर राशि के जातकों के स्वभाव के बारे में बात की जाए तो ये किसी भी चीज को लेकर काफी गहरा सोचते हैं। ये किसी भी काम को करने से पहले उसके बारे में अच्छे से विचार-विमर्श करते हैं। इसके अलावा ये अपनी बेबाक प्रवृत्ति के कारण अक्सर चर्चा में भी बने रहते हैं। साथ ही ये घर परिवार में अपनी जिम्मेदारी को बखूबी समझते हैं और उसे पूरा भी करते  हैं। यही नहीं बल्कि ये दृढ़ निश्चयी और महत्वकांक्षी भी होते हैं।

कुंभ राशि 

कुंभ राशि के स्वामी ग्रह न्याय के देवता कहे जाने वाले शनिदेव होते हैं। इस राशि के जातकों के नाम का पहला अक्षर गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा से शुरू होते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुंभ राशि के जातक किसी भी कार्य को पूर्ण करने में काफी वक्त लगाते हैं। हालांकि ये तार्किक, बुद्धिमान और चतुर स्वभाव के होते हैं। यही नहीं बल्कि इनके बात करने का तरीका भी काफी आकर्षक होता है और ये मृदुभाषी होते हैं, यही वजह है कि इनके दोस्त बड़ी आसानी से बन जाते हैं। इस राशि के जातकों की  सामाजिक और धार्मिक कार्यों में काफी रूचि रहती है।

मीन राशि 

स्वामी ग्रह बृहस्पति होते हैं और नाम का पहला अक्षर दी, दू, ध, झ,ञ, दे, दो, चा, ची से शुरू होता है। इस राशि वाले काफी ईमानदार और दयालु स्वभाव के भी होते हैं, ये बहुमुखी प्रतिभा के धनी होते हैं। ये अपनी बातों में स्पष्टता रखते हैं, साथ ही तार्किकता से बात करना इन्हें काफी अच्छा लगता है। मीन राशि के जातक अपने आस-पास के लोगों का पूरा ध्यान रखते हैं। ये हमेशा इस बात का ख्याल रखते हैं कि इनकी वजह से किसी को बुरा न लग जाए।

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