12 साल की बच्ची बनी माँ अब अपने 15 साल के प्रेमी के साथ बसाएगी अपना घर, ऐसे हुई ये घटना
12 साल की लड़की और 15 साल का लड़का, स्कूल जाने की उम्र में नाबालिग बच्चे बने माता-पिता
खबरों की दुनिया से एक ऐसा मामला सामने आ रहा है जिसके बारे में आप और हम सोच भी नहीं सकते है. सोचिये क्या हो जब कोई बच्चा खुद ही माता-पिता बन जाए. मतलब यह कि, अपने खेलने कूदने की उम्र में पढाई करने की उम्र में उस और ऐसी जिम्मेदारी आन पड़े. आज हम आपको एक ऐसा ही मामला बताने जा रहे है, जहां एक बच्ची सिर्फ 12 साल की उम्र में ही माँ बन गई है. इतना ही नहीं इस बच्चे के पिता की उम्र भी महज़ सिर्फ 15 साल ही है. बच्चे के इस दुनिया मे आने के बाद अब दोनों ही घर से अलग एक साथ नए घर में रह रहे है. इसके लिए वहां का लोकल प्रशासन भी उनकी काफी मदद कर रहा है.
यह अजीब सा मामला भारत के किसी प्रान्त या शहर का नहीं है. यह मामला मैक्सिको के टेकामेक शहर का है. यहां पर एक 12 साल की लड़की ने हाल ही में एक प्रीमैच्योर बेबी को जन्म दिया है. इस बच्चे का जन्म तय समय से एक महीने पहले हो गया है. बच्चे के 15 साल के पिता और 12 साल की मां ने अब यह फैसला किया है कि वे अपने इस बच्चे के साथ अपना एक अलग घर बसाएंगे.
इस अजीब से मामले में हालिया माँ बनी 12 साल की लड़की का कहना है कि हमें हमारे घर वालों ने नहीं निकाला है. हमारे परिवार वाले अभी भी हमारे संपर्क है. हम अपनी मर्जी से अलग रहने का निर्णय ले रहे हैं. जब इस नाबालिग कपल के बारे में वहा के स्थानीय प्रशासन को पता चला तो वे इनकी मदद के लिए आगे आए. स्थानीय प्रशासन ने इन्हे हर महीने 2500 पीसो यानि लगभग आठ हजार रुपए देने का फैसला भी किया है. आपको बता दें कि प्रशासन ने यह मदद उस इलाके में चल रहे रेट होम प्रोग्राम के तहत की है.
अब इस कपल की सहायता करने के बाद टेकामेक शहर के मेयर मारिएला गुटिरेज ने इस बात की जानकारी सभी के साथ सोशल मीडिया पर शेयर की है. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि इसके पीछे उनका मुख्य उद्देश्य लोगों के बीच जागरुकता फैलाना है. इससे वह लोगों को सन्देश देना चाहते थे कि इन मामलों में जल्दबाजी में लिया गया कोई भी कदम सही नहीं है. हालिया ये नाबालिग माता-पिता दोनों ही स्कूल में पढाई कर रहे है. सभी को हैरानी हो रही है कि कैसे दोनों पढाई-लिखाई की उम्र में माँ-बाप बन गए है.
इसलिए स्कूल में सेक्स एजुकेशन को बहुत ही जरुरी बताया जाता है. बच्चों को भी पता होना चाहिए कि प्रोटेक्शन क्या होता है. साथ ही रिलेशन बनाने की सही उम्र क्या होती है. कई सारे माता-पिता इस बारे में बच्चों से बात करने में हिचकिचाते है. इसके चलते जिज्ञासा में बच्चे कहीं और से गलत या अधूरी जानकारी हासिल कर लेते है. अपनी जिज्ञासा के चलते बच्चे सभी कुछ जानने के लिए उत्सुक होते है. इसी वजह से उन्हें सही जानकरी देना जरुरी रहता है. सही जानकारी के साथ ही उनकी मन की जिज्ञासा को शांत किया जा सकता है.