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वाराणसी में कुछ लोगों ने राजीव गांधी की मूर्ति को पोती कालिख, दूध से किया गया शुद्धिकरण

वाराणसी : सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वाराणसी दौरे से पहले कुछ असामाजिक तत्वों ने यहां पूर्व पीएम राजीव गांधी की प्रतिमा को नुकसान पहुंचा दिया. जानकारी के मुताबिक़, कुछ असामाजिक तत्वों ने सोमवार को राजीव गांधी की मूर्ति पर कालिख पोत दी और यह बात जब कांग्रेस नेताओं तक पहुंची तो उन्होंने कड़े शब्दों में इसकी निंदा की और जिम्मेदारों के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज कराई.

बता दें कि वाराणसी के मैदागिन में पूर्व पीएम स्वर्गीय राजीव गांधी की प्रतिमा लगी हुई हैं. जिस पर उपद्रवियों ने सोमवार को पीएम मोदी के आगमन के पहले कालिख पोत दी. ऐसे में राजनीति भी गरमा आगई और कांग्रस नेताओं ने इसके ख़िलाफ़ विरोध जताया. इस संबंध में शिकायत दर्ज कराने वाले कांग्रेस नेता राघवेंद्र चौबे ने पुलिस से मामले में 48 घंटे के भीतर कार्रवाई करने का आग्रह किया. बता दें कि बाद में कांग्रस ने दूध से राजीव गांधी की प्रतिमा का शुद्धिकरण किया.

कांग्रेस नेता ने आग्रह करने के साथ ही धमकी भी दे डाली और उन्होंने धमकीभरे स्वर में कहा कि, ”अगर 48 घंटों के भीतर उपद्रवियों को गिरफ्तार नहीं किया जाता है, तो कांग्रेस कार्यकर्ता बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन करेंगे. आपको जानकारी के लिए बता दें कि आज पीएम मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के दौरे पर हैं. देव दिवाली के अवसर पर पीएम मोदी ने यहां के विश्व प्रसिद्ध काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग में भगवान शिव का पूजन कर आशीर्वाद प्राप्त किया.

2018 में लुधियाना में भी हुई थी राजीव गांधी की मूर्ति के साथ छेड़छाड़…

इससे पहले साल 2018 में भी कुछ असामाजिक तत्वों ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की मूर्ती के साथ छेड़छाड़ की थी. उस समय भी राजीव गांधी की प्रतिमा पर पेंट का छिड़काव किया गया था. इस मामले में पुलिस ने कहा था कि इस कारनामे को अंजाम देने वालों ने 1984 के सिख विरोधी दंगों के लिए राजीव गांधी को दोषी ठहराया था और उनका विरोध किया था.

वहीं इस मामले में पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह का भी बयान सामने आया था. उन्होंने दावा करते हुए बताया था कि जिन लोगों ने भी राजीव गांधी की प्रतिमा के साथ बुरा बर्ताव किया हैं, वे शिरोमणि अकाली दल के प्रति नरम रुख अपनाते हैं. अर्थात अमरिंदर सिंह का सीधा सा निशाना शिरोमणि अकाली दल पर था.

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