हनुमानजी को प्रसन्न करने के लिए ये हैं पूजा के 5 विशेष दिन, भक्तों को मिलेगा तुरंत फल
कलयुग में हनुमान जी सबसे शीघ्र प्रसन्न होने वाले देवता माने जाते हैं। ऐसा बताया जाता है कि यदि कोई भक्त इनको सच्चे मन से याद करता है तो हनुमान जी उसकी सहायता के लिए जरूर आते हैं। हनुमानजी जी सबसे शक्तिशाली देवता माने गए हैं। जो व्यक्ति हनुमान जी की भक्ति करता है उसके जीवन के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। हनुमान जी की निरंतर भक्ति करने से भूत पिशाच, शनि और ग्रह बाधा, रोग और शोक, कोर्ट कचहरी, जेल बंधन से छुटकारा, कर्ज से मुक्ति आदि कई प्रकार की परेशानियां दूर हो जाती हैं।
आजकल के समय में ऐसे बहुत से लोग हैं जो हनुमान जी की कृपा पाने के लिए इनकी पूजा आराधना करते हैं और तरह-तरह के उपाय अपनाते हैं। अगर आप विशेष दिन पर हनुमान जी की पूजा, साधना और आराधना करते हैं तो आप संकट मोचन हनुमान जी को जल्द प्रसन्न कर सकते हैं। आज हम आपको इस लेख के माध्यम से हनुमान पूजा के विशेष दिन के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं। अगर आप इस समय पर पूजा करेंगे तो आपको तुरंत फल मिलेगा।
मंगलवार को करें हनुमान जी की पूजा
मंगलवार का दिन हनुमान जी की पूजा का सबसे उत्तम दिन माना गया है। इस दिन अगर भक्त हनुमान जी की विधि-विधान पूर्वक पूजा, आराधना करता है तो इससे भगवान की कृपा प्राप्त होती है। आप मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा आराधना या हनुमान चालीसा का पाठ पढ़ें इससे आपके जीवन के सारे संकट दूर हो जाएंगे। इतना ही नहीं बल्कि मंगल दोष से भी छुटकारा प्राप्त होगा। अगर आप कोई मांगलिक कार्य सिद्ध करना चाहते हैं या कर्ज से छुटकारा पाना चाहते हैं तो मंगलवार के दिन हनुमान जी की आराधना जरूर कीजिए।
शनिवार को करें सुंदरकांड का पाठ
मंगलवार के अलावा हनुमान जी की पूजा का दिन शनिवार भी होता है। अगर आप शनिवार के दिन हनुमान जी का सुंदरकांड का पाठ करते हैं तो इससे आपको शुभ फल की प्राप्ति होती है। शनिवार के दिन सुंदरकांड या हनुमान चालीसा का पाठ करने से शनि देवता की बुरी दृष्टि से छुटकारा मिलता है। शनिवार के दिन आप किसी भी हनुमान मंदिर में जाकर हनुमान जी की प्रतिमा के समक्ष आटे का दीपक जरूर जलाएं इससे आपको लाभ मिलेगा।
हनुमान जयंती के दिन करें विशेष आराधना
हनुमान जयंती का दिन हनुमान जी की आराधना का सबसे विशेष दिन माना जाता है। आपको बता दें कि पहली चैत्र शुक्ल पूर्णिमा तिथि को हनुमान जयंती अभिनंदन महोत्सव के रूप में मनाई जाती है जबकि दूसरी कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी को हनुमान जयंती जन्मदिवस के रूप में मनाई जाती है। अगर आप इस दिन हनुमान जी की पूजा करते हैं तो आपके जीवन के सभी प्रकार के संकट टल जाएंगे।
मार्गशीर्ष मास शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को करें व्रत
अगर आप मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन व्रत करते हैं और इस दिन हनुमान चालीसा का पाठ, जप अनुष्ठान आदि प्रारंभ करने से त्वरित फल की प्राप्ति होती है।
पूर्णिमा और अमावस्या भी हनुमानजी की पूजा का है विशेष दिन
संकट मोचन महाबली हनुमान जी की पूजा का विशेष दिन पूर्णिमा और अमावस्या भी माना जाता है। अगर व्यक्ति इस दिन हनुमान जी की पूजा करता है तो उसे सभी प्रकार के भय से छुटकारा मिलता है। व्यक्ति की मानसिक अशांति दूर होती है। भूत-पिशाच और सभी तरह की घटना-दुर्घटना से सुरक्षा होती है। इतना ही नहीं बल्कि चंद्रदोष और देवदोष से भी छुटकारा मिल जाता है।