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मंदिर में नमाज़ पढ़ते व्यक्ति के फोटो पर रुबिका ने कसा तंज, कहा – मस्ज़िद में अगर आरती हो जाये तो

हाल ही के दिनों में देश की जानी पहचानी पत्रकार रुबिका लियाकत ने ट्विटर पर एक तस्वीर शेयर की है।  इस तस्वीर में दो युवकों को मंदिर परिसर में नमाज़ पढ़ते हुए देखा जा सकता है। इस तस्वीर को शेयर करते हुए रुबिका ने शायर मुन्नवर राणा को आड़े हाथों लिया है। इस तस्वीर को साझा करते हुए वो लिखती हैं कि बस इस तस्वीर को थोड़ा सा बदल लीजिए, मंदिर की जगह मस्जिद ले आईए, नमाज़ की जगह आरती फ़िट कर दीजिए.. फिर देखिए मुनव्वर राना की रूह काँप जाती। आरिफ़ मसूद का ख़ून उबाल पर होगा ओवैसी को मुसलमान ख़तरे में दिखते। मेरा सवाल बस एक है आप करें तो सद्भावना कोई और करे तो ख़तरा?


 रुबिका ने जैसे ही इस पोस्ट को शेयर किया सेक्युलर लोगों के पेट में दर्द उठ गया। कई लोगों उन्हें जम कर बुरा भला कहने लगे हालांकि कुछ लोग उनके समर्थन में भी आये। 

गोविंद नाम के एक यूजर ने कहा कि “कही धरना नही हुआ , कही दंगा नही हुआ , किसी ने कोई विरोध भी नही किया , क्योकि नमाज मन्दिर में पढ़ी गयी , अगर मस्जिद में हनुमान चालीसा पढ़ दी गयी होती हिंदू द्वारा तो अब तक दंगे हो गए होते , गर्दन काट  दी गयी होती उनकी , लम्बी दाड़ी वाले मौलाना फतवा क्यो नही जारी करते , इन पर आज।” 


वहीं श्रवण नाम के एक यूजर ने लिखा कि “ऐसा उल्टा पुल्टा करना ही क्यों।अब तो इनको सजा दिलाने की बात करो।ये तो बेशर्म है जो कहीं पर भी आड़े टेढ़े हो जाते है।एक ईश्वर को मानने वाला हिन्दू कभी भी एसी जलील हरकत नहीं करता ओर नहीं हमारे शास्त्रों ओर गुरु माता पिता ने ऐसा नीच काम करने की सीख दी है।भगवान इनको सद्बुद्धि दे।”


वहीं शैलेन्द्र सिंह नाम के यूजर कहते हैं कि “कुछ मुस्लिमों की साजिश है।मंदिर में नमाज कर रहे है,अगर कोई हिन्दू जामा मस्जिद में पूजा करे फिर देखों उस हिन्दू के साथ वो होगा जो एक आतंकवादी करता है उसका सर कलम।फिर सारे आतंकी सुर में सुर मिला कर कहेंगे मस्जिद में पूजा करने क्यों गये।जैसे हाल में फ्रांस के खिलाफ जेहादी एक हो गए।”

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