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दिल्ली पुलिस की लेडी सिंघम हैं किरण सेठी, सेक्स वर्कर के बच्चों को पढ़ाती हैं रोजाना

अक्सर देखा गया है कि खाकी वर्दी पहनने वालों को लोग अलग ही नजरिए से देखते हैं लेकिन वह भी इंसान होते हैं। अपने कठोर छवि के पीछे उनके पास एक इंसानियत भरा दिल भी होता है। इसी बीच आज हम आपको दिल्ली पुलिस की एक ऐसी महिला पुलिसकर्मी के बारे में बताने वाले हैं, जो अपने कामों की वजह से चर्चा में बनी रहती हैं। यह एक ऐसी पहली महिला पुलिसकर्मी हैं, जिसने पुरुषों को भी सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग दी है।

दरअसल, आज हम आपको जिस महिला पुलिसकर्मी के बारे में बता रहे हैं उनका नाम किरण सेठी है, जिनको दिल्ली पुलिस की लेडी सिंघम भी कहा जाता है। यह स्कूल, कॉलेज के अलावा दिल्ली के सभी बड़े बड़े अस्पताल, एमएनसी, सीबीआई और दिल्ली पुलिस जवानों के बच्चों को भी ट्रेनिंग दे चुकी हैं। यह रोजाना सेक्स वर्कर के बच्चों को पढ़ाती हैं। इनका नाम लिम्का बुक में भी दर्ज है।

किरण सेठी दिल्ली पुलिस में बतौर सिपाही भर्ती हुई थीं और आज श्रधानंद मार्ग, कमला मार्केट एरिया में पिंक वूमेन पुलिस चौकी की इंचार्ज हैं। किरण कई अवार्ड से सम्मानित की जा चुकी हैं। इतना ही नहीं बल्कि इनका नाम लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में भी दर्ज है। 54 वर्षीय किरण सेठी को बीते दिनों की कई बातें रोज याद आती हैं। इनका बचपन काफी परेशानियों में व्यतीत हुआ था।

किरण सेठी की मां दिल्ली के राजेंद्र नगर में एक ढाबा चलाती थीं। उस समय के दौरान किरण सेठी की उम्र सिर्फ 1 वर्ष की ही थी। अपनी मां के संघर्षों को खुद किरण सेठी देख चुकी हैं। जब उनकी मां ढाबा चलाती थीं, तो वहां आने वाले लोगों से खुद को बचाने में उनकी मां समर्थ बनी रहीं। किरण ने अपनी मां को देखकर यह संकल्प लिया कि वह हर लड़की की ताकत बनेंगी। किरण ने अपने भाई और बहन की जिम्मेदारी अपने हाथों में ले ली।

1987 में वह दिल्ली पुलिस में आ गईं और फिर खुद को इस समाज की सेवा से जोड़ दिया। दिल्ली में पली-बढ़ी हुई किरण ने 19 साल की उम्र में 12वीं पास की और उसके बाद दिल्ली पुलिस में बतौर सिपाही भर्ती हुईं। किरण ने दिल्ली के जीसस एंड मैरी कॉलेज से ग्रेजुएशन करने के बाद एमएसडब्ल्यू किया। इसके अलावा ह्यूमन राइट्स में पीजी करने के साथ ब्रांड कास्टिंग में डिप्लोमा और वाईएमसीए से मास कम्युनिकेशन की पढ़ाई की।

आपको बता दें कि 1994 में किरण सेठी को सिपाही से हेड कांस्टेबल बनाया गया। वहीं 1999 में एएसआई और साल 2020 में एसआई के लिए उनको प्रमोट किया गया। किरण सेठी का ऐसा बताना है कि वह 5000 से अधिक स्कूलों और कॉलेजों में जाकर छात्रों को आत्मरक्षा के गुर सिखा चुकी हैं। वह 8 लाख से भी ज्यादा लोगों को आत्मरक्षा की ट्रेनिंग दे चुकी हैं।

किरण सेठी ने स्कूल, कॉलेज के अलावा दिल्ली के सभी बड़े बड़े अस्पताल, एमएनसी, सीबीआई और दिल्ली पुलिस जवानों के बच्चों को ट्रेनिंग दे चुकी हैं। इसके अलावा उन्होंने दृष्टि बाधित, मूक बधिर, मानसिक अशक्त बच्चों को भी आत्मा शिक्षा के गुर सीखा चुकी हैं। उनके द्वारा किए गए इस कार्य की खूब तारीफें हुईं हैं। किरण सेठी का नाम गृह मंत्री रहे राजनाथ सिंह की मौजूदगी में लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में साल 2015 में दर्ज किया गया था।

किरण सेठी को साल 2016 में दिल्ली महिला आयोग के द्वारा “लाइफ टाइम अचीवमेंट”, साल 2018 में “आई वूमेन ग्लोबल अवार्ड”, साल 2019 में “रक्षक अवार्ड”, साल 2020 में राष्ट्रपति पुलिस पदक और इससे पहले साल 1999 में दिल्ली पुलिस की तरफ से असाधारण कार्य पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। किरण सेठी किक बॉक्सिंग के खिलाड़ी भी रह चुकी हैं। उन्होंने 1999 में भारत का प्रतिनिधित्व किया था। प्रतियोगिता में उनको दूसरा स्थान मिला था। किरण का बताना है कि समाज सेवा ही उनकी जिंदगी का लक्ष्य है। वह चाहती हैं कि मरते दम तक लोगों की सेवा करें।

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