विशेष

समुद्र तट पर बहकर आई 40 फीट लंबी ब्लू व्हेल, लोग लगे सेल्फी खींचने

ब्लू व्हेल धरती पर सबसे बड़ी प्रजाति है और ये 100 फीट तक बढ़ सकती है

महाराष्ट्र के वसई के मार्डेस बीच पर पानी के तेज बहाव के चलते एक 40 फीट लंबी और करीब 30 हजार किलोग्राम वजनी व्हेल समुद्र के किनारे पर आ गई। जैसे ही व्हेल की खबर आसपास के लोगों तक पहुंची तो कई लोग सेल्फी लेने और वीडियो बनाने के लिए समुद्र तट पर पहुंच गए। बता दें, सोशल मीडिया पर भी व्हेल की तस्वीरें काफी वायरल हो रही है। हालांकि, इस व्हेल का शव बुरी तरह से सड़ चुका है और आसपास बदबू न फैले इसलिए इसको राख से ढक दिया गया है।

व्हेल का शव देखने के बात स्थानीय लोगों ने वन विभाग को इसकी सूचना। वहीं सूचना मिलते ही टीम मौके पर पहुंच गई और इस व्हेल की प्रजाति का पता लगाने की कोशिश कर रही है। समुद्र तट पर पहुंची टीम का कहना है कि, व्हेल का शरीर काफी सड़ चुका है जिसके चलते हैं उसकी प्रजाति का पता लगाना थोड़ा मुश्किल है।

अधिकारियों का मानना है कि, इस व्हेल की मौत अगस्त में हुई होगी और हाई टाइड यानी कि उच्च ज्वार भाटा के दौरान इस व्हेल को लहरें अरब सागर से सीधे समुद्र के किनारे पर ले आई। वन अधिकारी का कहना है कि, व्हेल का शव बहुत भारी और वजनी है जिसके चलते इसे समुद्र तट पर ही दफनाने की कोशिश की जाएगी। ऐसा करने से इसको आवारा कुत्ते से भी बचाया जा सकेगा और इसके सड़ने की बदबू से भी लोगों को छुटकारा मिल जाएगा।

बता दें समुद्र तट पर मरी पड़ी इस व्हेल का वीडियो यूजर @thenameizraj ने 22 सितंबर को सोशल मीडिया पर शेयर किया था। वीडियो के साथ इन्होंने कैप्शन में लिखा था कि, ‘एक विशाल बेल का शव वसई बीच पर मिला है..।” तस्वीर वायरल होने के बाद से ही आसपास के लोग इस व्हेल के साथ सेल्फी और वीडियो बनाने के लिए पहुंच गए थे।

हालांकि ये कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी महाराष्ट्र के समुद्र तटों पर व्हेल आ चुकी है। बता दें, इससे पहले मुंबई के रेवडांडा तट पर भी 42 फीट लंबी ब्लू व्हेल करीब डेढ़ किलोमीटर अंदर तक आ गई थी। इस व्हेल को लेकर स्थानीय लोगों का कहना था कि, “जब व्हेल तट पर आई थी तो उस वक्त वो जिंदा थी।

इसलिए आसपास के लोगों ने उसे वापस समुद्र में डालने की बहुत कोशिश की। लेकिन बाद में वह मर गई।” इस दौरान वन अधिकारी एन वासुदेवन ने कहा था कि, “ब्लू व्हेल का मर जाना दुर्भाग्यपूर्ण है। ब्लू व्हेल धरती पर सबसे बड़ी प्रजाति है और ये 100 फीट तक बढ़ सकती है।”

Related Articles

Back to top button