मां की इच्छा पूरी करने के लिए अपनी दुल्हन को हेलिकॉप्टर से लाया दलित दूल्हा, देखें तस्वीरें
एक दुल्हन के लिए वह पल बेहद ही खास हो जाता है जब उसका दूल्हा घोड़ी, कार की बजाय हेलीकॉप्टर से उसे लेने आया हो। वहीं माता पिता का भी सीना गर्व से चौड़ा हो जाता है जब उनका बेटा उनकी होने वाली बहू को हेलीकॉप्टर से घर लेकर आया हो।
एक ऐसा ही मामला राजस्थान के बाड़मेर में मंगलवार को हुआ जहां एक दलित दूल्हा अपनी दुल्हनिया को हेलीकॉप्टर में सवार होकर बाड़मेर पहुंचा। इस नजारे को देखने के लिए सैकड़ों लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा और क्षेत्र में ये शादी चर्चा का विषय बनी हुई है।
बता दें, बाड़मेर के रहने वाले तरुण मेघवाल की शादी बॉर्डर के नजदीक गांव में धिया नाम की लड़की से हुई। दूल्हे की मां अपने बेटे की शादी को लेकर काफी उत्साहित थी और वह चाहती थी कि उनके डॉक्टर बेटे की शादी बेहद ही खास और अलग हो जिसकी हर तरफ चर्चा हो।
यही वजह है कि मां की इच्छा पूरी करने के लिए बेटे ने हेलीकॉप्टर बुक कराया और दुल्हन को हेलीकॉप्टर में बैठा कर बाड़मेर पहुंचा, तो इस दौरान बच्चे, युवा, बुजुर्ग हर कोई इस अनोखी बारात को देखने पहुंचा।
दूल्हे तरुण ने कहा कि, “मां की दिली इच्छा थी कि उनकी बहू बड़े लोगों की तरह हेलीकॉप्टर मैं बैठकर घर आए। इसलिए मैंने शादी से कुछ दिन पहले एक कंपनी से बात करके हेलीकॉप्टर बुक करवाया। लेकिन मौके पर उन्होंने आने से मना कर दिया। फिर दूसरी कंपनी से बात की और किराए पर हेलीकॉप्टर बुक करवा दिया गया। मैं आज यहां पर अपनी दुल्हन को लेकर पहुंचा तो जिस तरीके से लोगों ने मेरा स्वागत किया। मैं उन सब का आभारी हूं। मेरी परिवार का एक ख्वाब था जो पूरा हो गया।
वहीं, दुल्हन धिया ने बताया, ”मेरी सास की इच्छा थी कि जब मैं शादी करके आऊं तो हेलिकॉप्टर में बैठकर आऊं और आज उनकी इच्छा पूरी हो गई।”
इसके अलावा इस अनोखी शादी को लेकर बाड़मेर के रहने वाले एक रिटायर शिक्षक का कहना है कि, बाड़मेर जिले में दलित समाज काफी पीछे हैं। यहां पर हेलीकॉप्टर तो दूर की बात है लेकिन यदि दूल्हा दुल्हन बड़ी समाज के आगे घोड़ी पर भी चढ़ जाए तो बीच में ही बारात रोक दी जाती है।
लेकिन जिस तरह से तरुण हेलीकॉप्टर में बिठाकर अपनी दुल्हनिया को लाया है, यह किसी ने नहीं सोचा था और हमें बहुत गर्व महसूस हो रहा है। तरुण ने एक मिसाल पेश की है।
बता दें, तरुण की बारात बाड़मेर से बीजराड़ के बीनणी गांव में आई। इसी बीच तरुण और धिया के फेरे हुए। इसके बाद सुबह 9:00 बजे दुल्हन की हेलीकॉप्टर से विदाई हुई। रिपोर्ट की मानें तो तरुण ने जिस हेलीकॉप्टर को बुक कराया था उसने मौके पर इनकार कर दिया था ऐसे में तरुण ने फिर दूसरा हेलीकॉप्टर किराए पर बुक करवाया उसके बाद अपनी दुल्हनिया को घर ले गए।
हेलीकॉप्टर से बहू लाने की खुशी में तरुण के पिता तिलाराम ने कहा कि, “यह पल देखकर मेरा खुशी का ठिकाना नहीं था। मुझे यकीन नहीं हो रहा था कि हमारा बेटा ही ऐसा कर रहा है।”
दू्ल्हे ने कहा कि, “मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि मुझे हर जन्म में यहीं माता-पिता मिले। मेरी शादी को यादगार बना दिया। अगर मां ऐसा सपना नहीं देखती तो मैं इसे कैसे पूरा कर पाता।”