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अंकिता भंडारी मर्डर को गुमशुदगी बताने के लिए बनाए अपने प्लान में फंसे हत्यारे, जाने पूरी कहानी

उत्तराखंड में हुए सनसनीखेज अंकिता हत्याकांड (Ankita bhandari murder case) में SDRF ने 5 दिन बाद शनिवार, 24 सिंतबर की सुबह नहर से शव बरामद कर लिया है। पुलिस ने बताया कि पीड़िता का शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए AIIMS भेज दिया गया है। वहीं पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने भी अपना अपराध कबूल कर लिया है कि उन्होंने अंकिता की हत्या की थी। इसके साथ ही पुलिस की जांच मे ये बात भी सामने आई हैं कि अंकिता के हत्यारों ने उसकी मौत को गुमशुदगी साबित करने के लिए फुलप्रूफ प्लान बनाया था। पर बाद मे जांच हुई तो हत्यारें खुद ही अपने जांल में फंस गए।

18 सितंबर को पुलिस को मिली थी अंकिता के लापता होने की सूचना

गौरतलब है कि पीड़िता अंकिता, आरोपी पुलकित आर्य के यमकेश्वर स्थित रिजॉर्ट में बतौर रिसेप्शनिष्ट कार्य करती थी। जिसके लापता होने की सूचना पुलिस के पास 18 सितंबर को दर्ज कराई गई। इसके बाद जांच पड़ताल के दौरान गिरफ्तार किए गए संदिग्ध आरोपियों ने कबूल किया कि उन्होंने अंकिता की हत्या कर घटना के सबूत मिटाने की भी कोशिश की थी।

बताया जा रहा है कि हत्यारों ने अंकिता मर्डर को गुमशुदगी के रूप में पेश करने के लिए पूरी योजना बनाई थी और उसे काफी हद तक अंजाम भी दिया। लेकिन जब अंकिता के परिजनों और क्षेत्र की बाकी जनता ने इसकी जांच को लेकर अवाज उठाई तो पुलिस भी इस मामले में गंभीरता से लगी और आरोपियों का बना बनाया प्लान फेल हो गया।

अंकिता मर्डर को गुमशुदगी साबित करने के लिए ये था फुलप्रूफ प्लान

दरअसल, अंकिता मर्डर केस के आरोपियों ने पुलिस के सामने बताया है कि रिजॉर्ट से अंकिता को लेकर 18 सितंबर की रात तीन लोग रिजॉर्ट मालिक पुलकित आर्य, मैनेजर सौरभ भास्कर और अंकित, बाइक और स्कूटी से चिला पावर हाउस के लिए निकले थे। वहीं शराब पीने के दौरान पुलकित और अंकिता के बीच झड़प हुई, जिसमें अंकिता रिजॉर्ट को लेकर खुलासे की धमकी देने लगी।

ऐसे में दोनो के बीच बहस काफी बढ़ गई और गुस्से में पुलकित और उसके साथियों ने अंकिता को नहर में धक्का दे दिया। इसके बाद अकिंता पानी से निकालने के लिए चिल्लाती रही पर वो तीनो वहां से भाग खड़े हुए। वहीं रिजॉर्ट वापस आने के बाद उन तीनो ने सब कुछ सामान्य दिखाने की कोशिश की, ताकी रिजॉर्ट के कर्मचारियों को जरा भी शक न हो।

रिजॉर्ट आने के बाद तीने बगल के रास्त से अंदर घुसे और कुछ देर बाद चार लोगों का खाना ऑर्डर किया ताकी लगे कि अंकिता भी रिजार्ट में ही। इसके लिए उन्होनें शेफ से अंकिता का खाना लिया और उसे ले जाकर उसके कमरे में रख दिया। वहीं प्लान के मुताबिक अगले सुबह रिजॉर्ट में काम करने वाले सौरभ विष्ट को उन लोगों ने अंकिता के कमरे में उसका फोन लाने को भेजा। ताकी सौरभ ही उन्हें अंकिता के गायब होने की बात बताए और ऐसा ही हुआ । फिर किसी को शक न हो इसलिए खुद पुलकित ने थाने में जाकर अंकिता की गुमशुदगी की दर्ज कराई। इसके लिए भी तीनों ने पुलिस के सामने एक तरह का बयान देने का प्लान बनाया था।

लेकिन बाद सीसीटीवी फुटेज से मिले साक्ष्यों और पूछताछ के दौरान सामने तथ्यों के जरिए ये मामला (Ankita bhandari murder case) खुल ही गया। ऐसे में पुलिस तीनों आरोपियों पर आईपीसी की धारा 302, 201, 120-B के तहत केस दर्ज कार्यवाई कर रही है।

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